हास्यकवि अलबेला खत्री द्वारा रचित व संकलित भजन,स्तुतियाँ तथा महापुरूषों के अमृत वचन
जब हवा चले तब पंखे की क्या ज़रूरत..सही बात..अलबेला जी..
krupa patra ke layak banana aasaan nahi hai!
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जब हवा चले तब पंखे की क्या ज़रूरत..सही बात..अलबेला जी..
krupa patra ke layak banana aasaan nahi hai!
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