हास्यकवि अलबेला खत्री द्वारा रचित व संकलित भजन,स्तुतियाँ तथा महापुरूषों के अमृत वचन
Saturday, January 30, 2010
प्रेम के लिए द्वार खुले हैं
जो दूसरों पर
उपकार जताने का
इच्छुक है,
वह द्वार खटखटाता है ।
जिसके हृदय में
प्रेम है,
उसके लिए द्वार खुले हैं
- रवीन्द्रनाथ टैगोर
Friday, January 29, 2010
प्रार्थना कोई यांत्रिक वस्तु नहीं है
अहंकार को शून्य करने में
प्रार्थना
मदद दे सकती है।
प्रार्थना कोई यांत्रिक वस्तु नहीं है,
वह हृदय की क्रिया है ।
भगवान की प्रार्थना में
सारे भेदों को भूल जाने का
अभ्यास हो जाता है
- आचार्य विनोबा भावे
Sunday, January 17, 2010
तुलसी वाणी
तुलसी काया खेत है, मनसा भये किसान
पाप-पुण्य दोउ बीज हैं, बुवै सो लुने निदान
-गोस्वामी तुलसीदास
Saturday, January 16, 2010
समझ समझ का फेर...........
जो धर्म को
द्वितीय वस्तु समझता है
वह उसे अवस्तु समझता है ।
जो ईश्वर को
दूसरा स्थान देता है
वह उसे कोई स्थान नहीं देता
- रस्किन
Friday, January 15, 2010
Tuesday, January 12, 2010
बुद्धिमान शोक व्यक्त नहीं करते
बुद्धिमान
कभी
अपनी हानि पर
शोक व्यक्त नहीं करते,
बल्कि
प्रसन्नता पूर्वक
अपनी क्षति को
पूरा करने में जुट जाते हैं
- शेक्सपियर
Monday, January 11, 2010
गुरू के आसन पर परमात्मा आसीन है
जो मनुष्य
परमात्मा का ज्ञान प्राप्त कर लेता है,
वह
परमात्मा का ही स्वरूप बन जाता है ।
इस प्रकार सिद्ध है कि
गुरू के आसन पर मनुष्य नहीं,
स्वयं परमात्मा आसीन है
- नारायण पण्डित
Sunday, January 10, 2010
मानव की भी परीक्षा की जाती है
जिस प्रकार
काट कर,
तपा कर,
घिस कर
और
पीट कर
कंचन की पहचान की जाती है,
उसी तरह
त्याग,
शील,
गुण
और
कर्म,
इन चारों प्रकार से
मानव की भी परीक्षा की जाती है
- चाणक्य
Saturday, January 9, 2010
ऐसे पुत्र को पैदा कर के माता धन्य हो जाती है
सम्पत्ति मिलने पर
जो हर्ष में आपे से बाहर नहीं हो जाता,
विपत्ति आने पर
जो विकल हो कर रोने नहीं लगता
तथा युद्ध आ पड़ने पर
जो कायर नहीं हो जाता,
त्रिलोक में शिरोमणि
ऐसे
पुत्र को पैदा कर के
माता धन्य हो जाती है
- विष्णु शर्मा
Friday, January 8, 2010
जो तुम्हारे हाथ में है...........
हज़ार बरस जो बीत गये
और
हज़ार बरस जो आने वाले हैं,
इन सबसे बढ़ कर
वह समय है
जो तुम्हारे हाथ में है
- शिबली मौलाना
Thursday, January 7, 2010
दार्शनिक होने का अर्थ
दार्शनिक होने का अर्थ
केवल सूक्ष्मविचारक होना नहीं है
या किसी
दर्शन - प्रणाली को चला देना नहीं है
बल्कि यह है कि
हम ज्ञान के ऐसे प्रेमी बन जाएँ कि
उसके इशारों पर चलते हुए
विश्वास,
सादगी,
स्वतन्त्रता और उदारता का
जीवन
व्यतीत करने लगें
- थोरो
Wednesday, January 6, 2010
एक पंख से उड़ना नितान्त असम्भव है
स्त्रियों की
अवस्था में
सुधार न होने
तक विश्व के कल्याण का
कोई मार्ग नहीं ।
किसी पक्षी का
एक पंख से
उड़ना
नितान्त
असम्भव है
- स्वामी विवेकानन्द
Tuesday, January 5, 2010
ईश्वर की सर्वोत्तम प्रार्थना
अगर कोई दृढ रहे तो पतन का ग़म नहीं,
उठ कर वह फिर आगे चल देगा ।
कर्म से मुँह ना मोड़ो ।
कर्म
शरीर द्वारा की गई
ईश्वर की सर्वोत्तम प्रार्थना है
- अरविन्द
Monday, January 4, 2010
अच्छी चेतावनी और बुरा आदर्श.....
जो अच्छी सलाह देता है,
एक हाथ से बनाता है,
जो अच्छी सलाह और आदर्श पेश करता है,
दोनों हाथों से बनाता है
लेकिन जो अच्छी चेतावनी देता है
और बुरा आदर्श,
वह एक हाथ से बनाता है
और
दूसरे हाथ से गिराता है
-बेकन
Sunday, January 3, 2010
बुद्धि नष्ट होने से प्राणी स्वयं नष्ट हो जाता है
क्रोध से
मूढ़ता उत्पन्न होती है,
मूढ़ता से
स्मृति भ्रान्त हो जाती है,
स्मृति भ्रान्त होने से
बुद्धि का नाश हो जाता है
और बुद्धि नष्ट होने से
प्राणी स्वयं नष्ट हो जाता है
- वेद व्यास
Saturday, January 2, 2010
विदुर वचन
बुढ़ापा काम को,
आशा धैर्य को,
मृत्यु प्राण को,
असूया धर्मचर्या को,
क्रोध श्री को,
अनार्य सेवा शील को,
काम लज्जा को,
और अभिमान
सब को हरता है
- महात्मा विदुर
Friday, January 1, 2010
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