दार्शनिक होने का अर्थ
दार्शनिक होने का अर्थ
केवल सूक्ष्मविचारक होना नहीं है
या किसी
दर्शन - प्रणाली को चला देना नहीं है
बल्कि यह है कि
हम ज्ञान के ऐसे प्रेमी बन जाएँ कि
उसके इशारों पर चलते हुए
विश्वास,
सादगी,
स्वतन्त्रता और उदारता का
जीवन
व्यतीत करने लगें
- थोरो
3 comments:
बहुत ही सुन्दर विचार!
आज तो लोग दर्शन की बात ज्ञान सीखने सिखाने के लिये न करके महज नाम कमाने के लिये करते हैं।
koi virale hi aise milenge!!
सुन्दर सूक्ति!
Post a Comment