हास्यकवि अलबेला खत्री द्वारा रचित व संकलित भजन,स्तुतियाँ तथा महापुरूषों के अमृत वचन
ज़बरदस्त विचार. बहुत खूब!
"कह गिरधर कविराय जगत यही लेखा भाईकरत बेगरजी प्रीती यार बिरला कोई साईं "
साधुवचन
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ज़बरदस्त विचार. बहुत खूब!
"कह गिरधर कविराय जगत यही लेखा भाई
करत बेगरजी प्रीती यार बिरला कोई साईं "
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