हास्यकवि अलबेला खत्री द्वारा रचित व संकलित भजन,स्तुतियाँ तथा महापुरूषों के अमृत वचन
सदविचार!
बहुत ही नेक व उम्दा विचार तथा प्रस्तुती ,लेकिन दुःख है की इस विचार पर देश के सिर्फ पांच प्रतिसत लोग ही अमल करने का प्रयास करते हैं ....
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2 comments:
सदविचार!
बहुत ही नेक व उम्दा विचार तथा प्रस्तुती ,लेकिन दुःख है की इस विचार पर देश के सिर्फ पांच प्रतिसत लोग ही अमल करने का प्रयास करते हैं ....
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