हास्यकवि अलबेला खत्री द्वारा रचित व संकलित भजन,स्तुतियाँ तथा महापुरूषों के अमृत वचन
सही है!क्षमा बड़न को चाहिये छोटन को उत्पात।कह रहीम प्रभु का गयौ जो भृगु मारी लात॥
ise jeevan me utarana bahut katheen hai.
this is always right but that is not suit on you.
अब "इलियट" की बात,"इडियट" केसे समझे?
आपने सही कहा है पर कई बार ऐसी बातें सुननी पड़ती है जिसका जवाब देना ज़रूरी हो जाता है !
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5 comments:
सही है!
क्षमा बड़न को चाहिये छोटन को उत्पात।
कह रहीम प्रभु का गयौ जो भृगु मारी लात॥
ise jeevan me utarana bahut katheen hai.
this is always right but that is not suit on you.
अब "इलियट" की बात,
"इडियट" केसे समझे?
आपने सही कहा है पर कई बार ऐसी बातें सुननी पड़ती है जिसका जवाब देना ज़रूरी हो जाता है !
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