हास्यकवि अलबेला खत्री द्वारा रचित व संकलित भजन,स्तुतियाँ तथा महापुरूषों के अमृत वचन
बहुत सुन्दर सूक्ति अलबेला जी!यह भी सही है कि यदि कोई ओछा आदमी बड़ा काम कर ले तो उसकी बड़ाई नहीं होतीःबड़े काम ओछो करैं तो न बड़ाई होय।ज्यों रहीम हनुमन्त को गिरिधर कहै न कोय॥
aisa kyu?
sahi kahaa jachti baat hai!!!
" bahut hi sunder ,gaherai bhari baat ke liye aur aapki unchi soch ke liye aapko hazaro salaam ."---- eksacchai { AAWAZ }http://eksacchai.blogspot.com
आपकी सोच को सलाम! बहुत खूब!
shandaar panktiyan.. prastut karne ke liye dhanyawaad...
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बहुत सुन्दर सूक्ति अलबेला जी!
यह भी सही है कि यदि कोई ओछा आदमी बड़ा काम कर ले तो उसकी बड़ाई नहीं होतीः
बड़े काम ओछो करैं तो न बड़ाई होय।
ज्यों रहीम हनुमन्त को गिरिधर कहै न कोय॥
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sahi kahaa jachti baat hai!!!
" bahut hi sunder ,gaherai bhari baat ke liye aur aapki unchi soch ke liye aapko hazaro salaam ."
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