हास्यकवि अलबेला खत्री द्वारा रचित व संकलित भजन,स्तुतियाँ तथा महापुरूषों के अमृत वचन
जैसी चले बयार पीठ तैसी कर लीजे ...
बहुत अच्छा विचार .....
Post a Comment
2 comments:
जैसी चले बयार पीठ तैसी कर लीजे ...
बहुत अच्छा विचार .....
Post a Comment