हास्यकवि अलबेला खत्री द्वारा रचित व संकलित भजन,स्तुतियाँ तथा महापुरूषों के अमृत वचन
.ही तो हैं सच्चे गहने!
Bilku sahiMadhur bachan hai aushadhi, katuk bachan hain teer.........Badhai
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.ही तो हैं सच्चे गहने!
Bilku sahi
Madhur bachan hai aushadhi, katuk bachan hain teer.........
Badhai
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